बीएसएफ के शहीद जवान प्रेम सागर के बेटे ने कहा है कि उनके पिता का अंतिम संस्कार तब तक नहीं किया जाएगा जब तक मुख्यमंत्री खुद उनके घर नहीं आते। सोमवार को पाकिस्तान के कायराना हमले में शहीद हुए बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर का पार्थिव शरीर विशेष हेलिकॉप्टर से लखनऊ लाया गया।
शहीद के घर वाले अभी उनका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उनके बेटे की मांग है कि जब तक योगी आदित्यनाथ खुद उनके घर नहीं आते तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की बर्बरता का शिकार सीमा सुरक्षा बल के जवान प्रेम सागर का शव लेकर उनके गृह नगर देवरिया के लिए रवाना हुआ विशेष हेलीकॉप्टर मंगलवार शाम लखनऊ पहुंचा। लखनऊ पुलिस लाइन में शहीद प्रेम सागर का शव लेने अधिकारियों के साथ खुद कृषि मंत्री सूर्य प्रताप साही और सांसद रवींद्र कुशवाहा पहुंचे।
यहां से शहीद के परिवारवाले उनका शव लेकर अपने गांव टीकमपुर जाएंगे। परिवार वालों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से व्यक्तिगत तौर पर अंतिम संस्कार में आने और श्रद्धांजलि देने की मांग की है। आदित्यनाथ के आने की मांग पर शहीद के गांववालों ने रेलमार्ग बाधित कर दिया जिस कारण वैशाली एक्सप्रेस रेलगाड़ी करीब एक घंटे तक रुकी रही।
शहीद प्रेम सागर के भाई ने कहा है कि प्रेम की मौत की खबर पाकर परिवार वाले बेहद सदमे में हैं। प्रेम सागर के भाई भी बीएसएफ के जवान हैं और छत्तीसगढ़ में तैनात हैं। पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक प्रेम सागर और भारतीय सेना के एक अन्य जवान नायब सूबेदार परमजीत सिंह की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी थी।