समय के साथ राजनेता कैसे रग बदलते है ये इस समाचार पत्र कि कतरन को देख कर लगता है,एक कहावत है जिधर देखी थाली परात उधर बिताई सारी रात पिछले दिनो बाबा सहाब को अपना आदर्श बताने वाले मोदी कभी ये भी बोले थे ऐसा ही एक अखबार कि कटिगं आज सोशल मिडिया पर नजर आयी इस पर अभी तक कोई टिप्पणी भाजपा या प्रधानमन्त्री कार्यालय कि और से नही आयी परन्तु फिर भी एक बार भाजपा के दलित विरोधी चेहरे पर बहस शुरु हो गई है