दारमा घाटी के लोग शीतकाल में धारचूला आने लगे हैं। शीतकाल में छह महीने तक यह लोग घाटी इलाकों में रहेंगे, कई स्थानों पर पैदल रास्तों की हालत खराब होन से लोग परेशान हैं। इन रास्तों से जानवरों को लाने में कठिनाई हो रही है लोकल निवासी इस रास्ते पर मरम्मत का काम सही ढ़ंग से नहीं किया। इस कारण आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि रास्ता ठीक न होने के कारण इस बार मौसमी प्रवास में देरी हो रही है। पिछले साल तक इन गाँवों के
लोग 31 अक्टूबर से पहले मौसमी प्रवास वाले स्थानों पर पहुँच जाते थे।