नई दिल्ली। राज्यसभा  के सभापति एम वेंकैया नायडू  ने आज सदस्यों को नसीहत दी कि वे उचित कारण पर ही सदन से अवकाश लें। सदन की कार्यवाही शुरू करने से पहले नायडू ने सदस्यों को जानकारी दी कि समाजवादी पार्टी के बेनी प्रसाद वर्मा ने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने तथा केरल कांग्रेस (एम) के जोश के मणि ने पार्टी के कामकाज के लिए अवकाश का आवेदन दिया है।

सदन द्वारा इन सदस्यों को अवकाश की अनुमति दिए जाने के बाद नायडू ने कहा कि सदन ने मणि को अवकाश की अनुमति दे दी है लेकिन सदस्य को अवकाश के लिए पार्टी के कामकाज का उल्लेख नहीं करना चाहिए क्योंकि सभी नेताओं को पार्टी का काम करना ही होता है। उन्होंने सभी सदस्यों से कहा कि वे अवकाश के लिए उचित कारण लिखें। पार्टी के कामकाज को छुट्टी का कारण नहीं लिखा जाना चाहिए।

राज्यसभा में आज विपक्षी सदस्यों के आचरण से खिन्न सभापति एम वेंकैया नायडू ने बिना कुछ कहे – सुने ही सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनटों में दो बजे तक स्थगित कर दी। बजट सत्र की शुरूआत से लेकर अब तक राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण कोई कामकाज नहीं हो सका है।

विधायी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद श्री नायडू ने कहा कि उन्हें मनोज झा, रवि वर्मा, प्रोफेसर रामगोपाल यादव और रिपुन बोरा आदि सदस्यों से विभिन्न मुद्दों पर चचार् कराने के लिए नोटिस मिले हैं। इनमें से एक नोटिस विश्वविद्यालयों में नियुक्ति के संबंध में रोस्टर प्रणाली से जुड़ा है।