भगवान विष्णु के 10 अवतारों की चर्चा हर हिन्दू धर्मग्रन्थ में हुई है. इनमें से अभी तक केवल 9 अवतार हुए हैं. उनका 10वां अवतार कल्कि के रूप में होगा. समय कब आएगा, यह बताना मुश्किल है, क्योंकि धर्मग्रन्थों में जो समय निर्धारित किया गया है, उसे चिन्हित कर पाना असंभव है. लेकिन भगवान कल्कि के बारे में जो बातें पुराणों में है, उनको जानना आसान है. पुराणों के अनुसार, इस अवतार में भगवान विष्णु के पिता का नाम विष्णुयश और माता का नाम सुमति होगा.

उनके तीन बड़े भाई होंगे, जिनके नाम सुमन्त, प्राज्ञ और कवि होंगे. उनके पुरोहित याज्ञवलक्य  और गुरू भगवान परशुराम होंगे. केवल यही नहीं कल्कि की दो पत्नियां भी होंगी- लक्ष्मी रूपी पद्मा और वैष्णवी शक्ति रूपी रमा. साथ ही उनके चार पुत्र भी होंगे- जय, विजय, मेघमाल और बलाहक.

पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार जब भगवान श्रीराम, सीता को खोजते हुए समुद्र किनारे पहुंचे, तो वहां उन्हें एक कन्या दिखाई दीं, जो गहरे ध्यान में बैठी थीं. श्रीराम के पूछने पर उस कन्या ने अपना नाम वैष्णवी बताया कहा कि वे उन्हीं की प्रतीक्षा कर रही हैं और वह उनसे विवाह करना चाहती हैं. इसलिए यहां तपस्या कर रही है.

इस पर श्रीराम ने कहा, ‘श्रीराम के जन्म में वो मर्यादापुरुषोत्तम हैं. उनकी एक ही पत्नी हैं और वो हैं सीता. लेकिन श्रीराम ने उन्हें आश्वासन दिया कि कलियुग में जब वह कल्कि अवतार लेंगे तब उनसे भगवान कल्कि का विवाह संपन्न होगा.