देहरादून: विधानसभा का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में होगा। इस संबंध में
अधिसूचना जारी की गई है। सत्र के लिए 13 दिसंबर तक अनंतिम कार्यक्रम बनाया गया है। इस
दौरान अनूपूरक बजट पेश किया जाएगा।
गैरसैंण को लेकर जारी सियासत के बीच विधानसभा की ओर से सत्र की घोषणा कर दी गई है।
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में बनाने की पैरोकार सत्तारूढ़ भाजपा की सरकार की ओर से
शीतकाल में सत्र आहूत किए जाने से सूबे में सियासत गई है।
सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने आपत्ति जता चुके है। विपक्षी दल का कहना है कि शीतकाल में
सत्र वहां नहीं होना चाहिए। विधायकों के लिए बंदोबस्त भले ही हो जाएं, लेकिन सत्र के दौरान
गैरसैंण पहुंचने वाले आम लोगों को सर्दियों के मौसम में दिक्कतों से परेशान होना पड़ेगा।
नेता प्रतिपक्ष कह चुकी हैं कि गैरसैंण पर आलोचना से बचने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया
है। सदन में एकमात्र विपक्षी पार्टी कांग्रेस कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के बहिष्कार की घोषणा कर
चुकी है।
वहीं गैरसैंण में सात दिसंबर से 13 दिसंबर तक सत्र आहूत करने के संबंध में बीती 25 अक्टूबर को
राज्य मंत्रिमंडल ने निर्णय लिया था। चालू वित्तीय वर्ष की  इस चौथे विधानसभा का सत्र सात
दिसंबर को सुबह 11 बजे से शुरू होगा।
सात से 13 दिसंबर तक अनंतिम कार्यक्रम के तहत पहले दिन अध्यादेशों को सदन के पटल पर रखा
जाएगा। आठ दिसंबर को विधायी कार्य व असरकारी कार्य होंगे। नौ और दस दिसंबर को अवकाश
रहेगा। इसके बाद 11 से 13 दिसंबर तक विधायी कार्य होंगे।
सत्र में अनुपूरक बजट लाया जाएगा। साथ ही लोकायुक्त और तबादला एक्ट संबंधी विधेयकों पर इस
दौरान मुहर लग सकती है। उधर, चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए अनुपूरक बजट तैयार करने के
लिए महकमों को वित्त की ओर से आदेश जारी किए गए हैं।