विकास भवन सभागार में सभी आरओ संचालकों की उपस्थिति में एक कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमें विशेष रूप से आरओ संचालकों को स्वच्छ पेयजल से जुड़े महत्वपूर्ण टिप्स दिये गये। जिला विकास अधिकारी शशिमौली मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला में ’राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अंतर्गत जल निरंतरता के हेतु जल संरक्षण’ विषय पर चर्चा हुई।
डीडीओ श्री मिश्र ने उपस्थित लोगों से कहा कि जल निरंतरता के लिए जल का संरक्षण अति आवश्यक है। जल जीवन जरूर है लेकिन जल तभी बचेगा जब इसका संरक्षण होगा। व्यर्थ में अज्ञानता वश बर्बाद हो रहे जल को बचाने के लिए चर्चा की गयी। घरेलू आरओ या आरओ प्लांट से आउटलेट से काफी मात्रा में जल बर्बाद होने की बात पर जल निगम के एक्सईएन ने कहा कि पुनर्भरण पिट का प्रयोग करें तो निश्चित ही कुछ और स्वच्छ जल बचा सकते हैं। इस बात को आरओ संचालकों ने भी स्वीकार किया और शीघ्र ही उस पिट को बनवाने की बात कही। जल संरक्षण के लिए विशेषज्ञों ने अपनी महत्वपूर्ण राय दी। कार्यशाला में सलाहकार आनंद सिंह, विनय सिंह, सूरज राय आदि मौजूद रहे।