शान्ति स्वारूप तिवारी, नई दिल्ली.!!

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने खाता धारको से वसूले करोड़ों रुपए आरटीआई रिपोर्ट से हुआ खुलासादिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस मीडिया के सह संयोजक डॉ अनिल कुमार ने सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत देश के कई बड़े बैंकों से जब सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस न रखने और एटीएम के माध्यम से पैसे निकालने पर लगने वाले चार्ज पर खाताधारकों से की गई वसूली की रिपोर्ट मांगी गई तो पता चला कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने मार्च 2016 तक 40 करोड दो लाख 61 हजार वसूल किए, मार्च 2017 में 41 करोड़ 13 लाख 93 हजार 836 करोड रुपए, मार्च 2018 तक 46 करोड 11 लाख 18 हजार 482 करोड रुपए तथा 29 जुलाई 2018 तक 14 करोड 10 लाख 97 हजार 238 करोड़ रुपए खाता धारको से वसूल किये | यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के खाताधारकों से पिछले 3 वर्षों में 1अरब 41 करोड़ 38 लाख 17हजार 777 करोड़ रुपए वसूल किए हैं |
डॉ अनिल कुमार ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि आरटीआई रिपोर्ट से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की करोड़ों रुपए की खुली लूट सामने आ रही है तो देश के बाकी के बैंकों ने खाताधारकों से जो बड़ी लूट की है उसका हम भली-भांति अंदाजा लगा सकते हैं | वित्त मंत्रालय का कहना है कि सरकार के निर्देश पर आरबीआई ने बैंकों के माध्यम से कई सेवाओं पर चार्ज वसूल करने का अधिकार दे रखा है |
आरटीआई रिपोर्ट में यह भी साफ-साफ सामने आया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की गैर-निष्पादन योग्य संपत्ति 49369 करोड रुपए खतरे में है | एनपीए का इस्तेमाल वित्तीय संस्थानों द्वारा किया जाता है, जो कि ऋण के संदर्भ में हैं, जो कि एनपीएल की डिफ़ॉल्ट रूप से खतरे में हैं।
डॉ अनिल कुमार

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