पुडुचेरी. डॉ किरण बेदी (Dr Kiran Bedi) को पुडुचेरी की उपराज्यपाल (Puducherry LG) के पद से हटा दिया गया है. बेदी की जगह तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसई सौंदरराजन (Dr. Tamilisai Soundararajan) को पुडुचेरी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. बता दें किरण बेदी को पद से हटाने की मांग को लेकर पिछले काफी समय से पुडुचेरी में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन कर रही थी. इस संबंध में कांग्रेस के नेतृत्व वाले सेक्युलर डेमोक्रेटिक अलायंस की तरफ से 16 फरवरी को बंद का भी आयोजन किया गया था. हालांकि इसे सोमवार को ही वापस ले लिया गया था.
राष्ट्रपति भवन की ओर से इस संबंध में मंगलवार को बयान जारी किया गया. बयान में कहा गया कि नई नियुक्ति होने तक तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसई सौंदरराजन को पुडुचेरी की उपराज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा जा रहा है. बेदी को विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही उपराज्यपाल के पद से हटाया गया है. ऐसे में इसे भाजपा के एक व्यापक राजनीतिक कदम के तौर पर देखा जा रहा है
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को सौंपा था ज्ञापन
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणस्वामी ने दस फरवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपकर उनसे आग्रह किया था कि पूर्व आईपीएस अधिकारी को वापस बुला लिया जाए. उन्होंने दावा किया कि वह ‘तुगलक दरबार’ चला रही हैं.
जारी है सियासी घमासान
बता दें पुडुचेरी में पहले से ही सियासी उठापटक जारी है. केंद्र शासित प्रदेश में एक और विधायक के सदस्यता से इस्तीफे के बाद राज्य की कांग्रेस सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में अपना बहुमत खो दिया है. मौजदा सदन में कांग्रेस नीत गठबंधन के अब 14 विधायक रह गए हैं. इस मौके का लाभ उठाते हुए विपक्ष ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से इस्तीफा मांगते हुए कहा कि सरकार अल्पमत में है. पुडुचेरी की 33 सदस्यीय विधानसभा में अब विपक्ष के सदस्यों की संख्या भी 14 है.
हालांकि, नारायणसामी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए दावा किया कि उनकी सरकार को सदन में ‘बहुमत’ हासिल है. बता दें कि पुडुचेरी विधानसभा के लिए अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं.
पुडुचेरी के कांग्रेस विधायक ए जॉन कुमार ने मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, इसके साथ ही गत एक महीने में वह चौथे विधायक हो गए हैं जिन्होंने विधायक पद छोड़ा है. कुमार के इस्तीफे के साथ ही विधानसभा में स्पीकर सहित कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 10 सदस्य रह गई है. जबकि उसके सहयोगी द्रमुक के तीन सदस्य हैं एवं निर्दलीय सदस्य भी नारायणसामी की सरकार को समर्थन दे रहा है .
सदन में प्रभावी सदस्यों की संख्या के आधार पर बहुमत का आंकड़ा 15 है. पुडुचेरी विधानसभा का चुनाव अप्रैल में होने की उम्मीद है क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 21 जून 2021 को समाप्त हो रहा है.