अशोक कुमार झा।
धनबाद। झारखंड के धनबाद में लोगों को फोन कॉल के माध्यम से इनाम में लक्जरी कार या अन्य कीमती सामान निकलने का झांसा देकर मोटी रकम ठगने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. गिरोह ने 25 दिन के भीतर लोगों से 8 लाख 75 हजार रुपए की ठगी की. उसमें से 8 लाख 32 हजार रुपये गिरोह के सदस्यों ने आपस में बांट लिये. केवल 42 हजार 510 रुपए बैंक खाते में बचे हुए हैं।
एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि केनरा बैंक की डिगवाडीह शाखा में शातिर गिरोह द्वारा नीरज चौहान के नाम पर एक बैंक अकाउंट खुलवाया गया. इस खाते में 25 दिन में भारी भरकम ट्रांजेक्शन हुआ. शक होने पर शाखा प्रबंधक ने बैंक के वरीय अधिकारियों तथा जोरापोखर पुलिस को इस सिलसिले में बताया. वरीय अधिकारियों के निर्देश पर इस खाते को ब्लॉक कर दिया गया. खाता ब्लॉक होने पर खाताधारक नीरज चौहान पासबुक तथा एटीएम कार्ड लेकर पैसा निकालने बैंक पहुंचा. लेकिन बैंक में उसे जोरापोखर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बतौर एसएसपी पूछताछ में नीरज ने ठगी का खुलासा करते हुए पुलिस को बताया कि गिरोह के अपराधी टेलीफोन और मोबाइल से अलग-अलग नाम पहचान बताकर लोगों को लग्जरी कार तथा अन्य कीमती इनाम निकलने का झांसा देकर उन्हें फंसाते थे. फिर इनाम के एवज में प्रोसेसिंग फीस के नाम पर उस खाते में लोगों से रकम जमा कराने को कहते थे. रकम जमा होने के बाद उसकी निकासी कर ली जाती थी।
नीरज ने पुलिस को बताया कि केनरा बैंक की डिगवाडीह शाखा में खाता खुलवाने के लिए उसे 50 हजार रुपए कमीशन देने की बात भी की गई थी. उसने गिरोह के श्रीराम यादव, सोनू कुमार सिंह, अजय कुमार, कृष्णा चौधरी का नाम पुलिस को बताया है. गिरोह का मास्टरमाइंड नालंदा का रहने वाला कृष्णा चौधरी है. पुलिस ने नीरज की निशानदेही पर सोनू कुमार सिंह और अजय कुमार उर्फ कन्हैया उर्फ मुन्ना कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया. नीरज डिगवाडीह का रहने वाला है, जबकि सोनू कुमार सिंह जामाडोबा, अयोध्या और अजय कुमार नालंदा के पास सरमेरा का रहने वाला है।
पुलिस ने नीरज के पास से एक पासबुक, एक एटीएम कार्ड, आधार कार्ड तथा एक एंड्राइड मोबाइल फोन बरामद किया है. सोनू के पास से एक एंड्राइड मोबाइल फोन तथा अजय कुमार के पास से तनवीर आजम के नाम का पासबुक, एक एटीएम, आधार कार्ड, वोटर कार्ड तथा एक सिम कार्ड बरामद किये गये हैं।