अशोक कुमार झा
लोहरदगा। महर्षि दयानंद सरस्वती अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन दिल्ली के रोहिणी,सेक्टर -10 में दिनाँक 25 से 28 अक्टूबर तक आयोजित था जो आज सम्पन्न बड़े ही धूम धाम एवं शांतिपूर्वक सम्पन्न हो हुवा। दुनिया भर के गुरुकुल के आचार्य आचार्य शिष्यों ने भाग लेकर वेद शास्त्रों का ज्ञान हासिल किया।
गुरुकुल शांति आश्रम के आचार्य शरतचंद्र जी एवं संजयचंद्र यादव के नेतृत्व में जिले के लगभग 250 से अधिक लोग महासम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे।
32 देश से चीन, पाकिस्तान,अमेरिका,
श्रीलंका आदि देशो से आये आर्य समाज के अंतरराष्ट्रीय महासम्मेलन में लोहरदगा की बालाओं ने झारखंडी नृत्य ,कला एवं संस्कृति का प्रदर्शन कर झारखण्ड का नाम रौशन करने का कार्य किया।
वहीं लोहरदगा की स्थानीय कलाकारा वैष्णवी कुमारी सोनी ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भजन संध्या में आर्य समाज के भजन प्रस्तुत कर दिल्ली में बतौर बाल कलाकार के रूप में झारखंड का नाम उच्चा की है। उन्हें समाज के द्वारा प्रमाणपत्र दे कर सम्मानित किया गया साथ ही आस्था एवं संस्कार चैनल द्वारा उनकी भजन का वीडियो रिकॉर्डिंग किया गया।
साथ ही साथ लोहरदगा की आदिवासी बालाओं द्वारा आदिवासी संगीत शैली से अंगनई झूमर, नृत्य करते हुए महासम्मेलन में आये देश विदेश के अतिथियों का स्वागत किया गया। तथा आर्यवीर दल द्वारा योगा भी कराया गया।
वहीं मौके पर बतौर अतिथि के रूप में आये झारखण्ड के स्थानीय केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत का भी फूल माला एवं झारखंडी परंपराओं के साथ स्वागत कर मंच तक लाया गया एवं कलाकारों द्वारा मंच में भव्य प्रदर्शन कर लोगों को झूमने व तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का अभिवादन किया गया।
आपको बताते चलें कि दिल्ली के रोहिणी स्वर्ण जयंती पार्क में महासम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोबिद ने बिधिवत किया। कार्यक्रम के दौरान उ0प्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ,बाबा रामदेव,हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर,मीनाक्षी लेखी,भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशू त्रिवेदी ,केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत,नितिन गडकरी,दो तीन देशों के राज्यपाल समेत रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आदि ने भाग लिया।
ज्ञात हो कि दर्जनों देश से आये आर्य समाज के लाखों श्रद्धालुओं की रहने खाने आदि का समुचित ब्यवस्था किया गया था। सुलभ इंटरनेशनल द्वारा 50 हजार चलंत शौचालय एवं स्नानागार बनाये गए थे। महासम्मेलन में रामदेव बाबा द्वारा दिव्य जल ,दूध ,एवं मसालेदार छांछ का लगातार निःशुल्क बितरण किया गया था। महासम्मेलन में रोजाना लगभग 5 लाख से अधिक भक्तो ने बैदिक धर्म के बारे में जानकारी हासिल कर हवन पूजन किया ।
तथा सभी आये भक्तो ने निःशुल्क शांति,सुसज्जित एवं स्वछ तरीके से बिजली पानी भोजन एवं आवास का लाभ उठाया।
चार दिवसीय कार्यक्रम में – वेद सम्मेलन अंधविश्वास निवारण सम्मेलन ,आर्यवीर सम्मेलन ,भजन एवं गीत संध्या ,आर्य संगीत सम्मेलन, आर्य महिला सम्मेलन, विश्व शांति एवं मानव कल्याण एकता महायज्ञ, लघु नाटिका, हर घर यज्ञ -घर घर यज्ञ ,महर्षि दयानंद का व्यक्तित्व एवं कृतित्व , विश्व सम्मेलन ,आर्य परिवार सम्मेलन ,आर्यवीर दल,गुरुकुलों द्वारा बयायाम प्रदर्शन , लेजर शो, आर्य समाज सेवा कार्य सम्मेलन एवं विशिष्ट भजन संध्या प्रातः कालीन संध्या एवं वृहद योग भजन आध्यात्मिक प्रवचन एवं ध्यान पूर्णकालिक यज्ञ ,सामूहिक हवन मुख्यआकर्षण थे।
दल में गुप्तेश्वर गुप्ता, संतोष कुमार आर्य,दिलीप साहू,चमर राम, राजवीर आर्य,संजय जी,सरस्वती , मेघा,काजल,गणेश,बसन्ती, सुगन्ति, मनीषा,अनिल शास्त्री,सुखनाथ नगेसिया, चोंहस उरांव, सेन्हा प्रमुख कलावती देवी, शिक्षिका अंजना सिंह,आनन्द कुमार सोनी अभिभावक की भूमिका में मौजूद रहे।