अशोक कुमार झा
गढ़वा । झारखंड के गढ़वा जिले में कई दिनों से आसमान में एक छोटा एयरक्राफ्ट उड़ रहा था. मझिआंव शहर में जमीन से महज 50 से फुट ऊपर उड़ने वाले इस मिनी एयरक्राफ्ट को देखकर कई दिनों तक लोग परेशान रहे. लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठते रहे. आखिर यह विमान किसका है? कहां से आया? कहीं दुश्मन देश ने जासूसी करने के लिए ड्रोन तो नहीं भेजा? किस उद्देश्य से उड़ रहा है यह विमान?
इस मिनी एयरक्राफ्ट को सबसे पहले बुधवार को अपराह्न 4 बजे लोगों ने देखा. सफेद रंग के इस एयरक्राफ्ट में लाल रंग की पांच खिड़कियां थीं. जब तक कोई कुछ कुछ समझ पाता, एयरक्राफ्ट लोगों की आंखों से ओझल हो गया. यह पश्चिम की ओर चला गया.
इसके बाद इस विषय पर पूरे शहर में चर्चा होने लगी. इसी दौरान किसी ने बताया कि एक दिन पहले भी इस विमान को शहर के ऊपर उड़ान भरते देखा गया था. जागरूक लोगों ने पुलिस निरीक्षक एसएन सिंह से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वायरलेस से भी कोई मैसेज नहीं मिला.
हालांकि, गुरुवार को प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि मिनी एयरक्राफ्ट से किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है. यह जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) का विमान है, जो भारत सरकार के निर्देश पर भूमि के अंदर पाये जाने वाले खनिज पदार्थों की करने के लिए निकला है.
यह सर्वेक्षण जनवरी, 2018 तक चलेगा. तीन दिन बाद जिला खनन विभाग के इन्स्पेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि भूमि के अंदर कोयला समेत कई प्रकार के खनिज भरे पड़े हैं. कई साल पहले भी ऐसा ही एक सर्वेक्षण हुआ था. उस दौरान पता चला था कि क्षेत्र में भारी मात्रा में खनिज पदार्थ मिल सकते हैं. इसलिए एयरफोर्स के अति संवेदनशील एवं अत्याधुनिक तकनीक से लैस मिनी एयरक्राफ्ट से रेडिएसन सर्वे किया जा रहा है।