अशोक कुमार झा
रांची।बच्चों तुमलोगों को दुग्ध मिल रहा है या नहीं….और कैसी पढ़ाई चल रही है…खाना क्या मिलता है….बच्चों ने एक स्वर में कहा दाल, भात, सब्जी…ठीक मिलता है ना बच्चों….जी हां…..उपायुक्त कहां हैं…इधर आयें….इन बच्चों को दुग्ध मिल रहा है या नहीं…सर पहले…आप इतिहास ना बतायें उपायुक्त महोदय…बच्चों को दुग्ध मिल रहा है नहीं ये बतायें…सर हो जायेगा…हो जायेगा नहीं आज से इन बच्चों को दुग्ध मिले यह सुनिश्चित करें….जी सर आज से बच्चों को दुग्ध मिलेगा….यह नजारा था लातेहार स्थोत शिक्षा परियोजना द्वारा संचालित कल्याण गुरुकुल परिसर का…. जहां अनाथ बच्चों को शिक्षा से आच्छादित किया जा रहा है….और राज्य के मुख्यमंत्री उन बच्चों से बात कर रहे थे….
हुआ यों कि कल्याण गुरुकुल से कुछ दूरी पर स्थित था हैलीपैड। मुख्यमंत्री श्री दास लातेहार स्थित स्टेडियम में आयोजित गिफ्ट मिल्क कार्यक्रम का शुभारंभ कर हैलीपैड लौट रहे…अचानक उनकी नजर कल्याण गुरुकुल के बाहर खड़े छोटे बच्चों पर चली गयी….तत्काल उन्होंने अपना वाहन रुकवाया और चल दिये बच्चों से मुखातिब होने….मुख्यमंत्री को देख बच्चें भी उनके समीप आ गये और मुख्यमंत्री ने हंसते हुए उनका हाल लेने लगे…इस क्रम में मुख्यमंत्री सीधे बच्चों से बात कर रहे थे..कल्याण गुरुकुल के कई पदाधिकारी बातचीत के क्रम व अपनी बात रखनी चाही लेकिन मुख्यमंत्री तो बच्चों से बात करने में दिलचस्पी दिखा रहे थे….करीब 5 मिनट बच्चों से बात कर मुख्यमंत्री हैलीपैड की ओर बढ़ गये…जहां अधिकारी उनके आगमन का इंतजार कर रहे थे…..दूसरी ओर बच्चें मुख्यमंत्री को हाथ हिला प्रफुल्लित मन से विदा किया…..