जयपूर: राज्य की राजनितिक गलियारें  से आ रही खबरों के अनुसार जियो के दे दना दन की तरह कांग्रेस राजस्थान के bjp congressरजवाड़े में भाजपा को झटके पर झटका देने पर तूली हुई है, पिछले सप्ताह में लाल शक्ति सेना की अध्यक्षा ने भाजपा को क्या अलविदा कही की वरिष्ठों का भाजपा से पलायन ही शुरू हो गया भाजपा के पूर्व विधायक गोपी चंद गर्जर व पूर्व विधायक मोती लाल जाटव ने भी भाजपा को बाय-बाय कह दी। सुत्रों की माने तो वर्तमान में भाजपा के राज्य आलाकमान से आम जनता व जमीनी नेताओं का मोहभंग हो गया है, क्योंकि वर्तमान में पूरे प्रदेश सिर्फ उन्ही कें काम होते है जो महारानी जी की मिजाजकुर्सी करते है। यहां यह कहना गलत नही होगा की राज्य की आलाकमान के तुगलकी फरमानों के सामने तो प्रदेश के भाजपा सांसद भी बेबस नजर आते हैं। वहीं दूसरी ओर संघ व संघ समर्थित कुछ हिन्दू संगठनों ने इन दिनों हुड़दंग नीति अपनाई हुई है जिसके चलते अलपसंख्यक समूदाय पर हमले होना आम बात हो गई है। इस बात को लेकर जमीनी स्तर के नेता चिंतित है कि अगामी 2019 के चुनाव में भाजपा को इसका खामिआजा भरना पड़ सकता है।