लखनऊ, 1 मई : गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर पुर्व मन्त्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ गत 17 फरवरी को एक महिला से बलात्कार और उसकी बेटी से दुराचार की कोशिश करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। करीब महीने भर कि आख मिचौली के बाद प्रजापति को 15 मार्च को उनके आशियाने से ही गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था। आज गायत्री प्रजापति की पत्नी और बेटियां अल सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने उनके निवास पर गये, मगर मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने से इंकार कर दिया।
मुख्यमंत्री आवास के बाहर गायत्री की पत्नी ने मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने से इंकार किया लेकिन वहां मौजूद एक मंत्री ने हमे आश्वासन दिया कि उनकी बात सुनी जायेगी। उन्होंने कहा ‘‘हमें उम्मीद है कि मेरे पति को न्याय मिलेगा। हम निराश हैं लेकिन हम फिर मुख्यमंत्री से मिलने आयेंगे’’।
गायत्री की बेटी ने मीडिया के सामने दावा किया कि ‘‘मेरे पिता को फंसाया जा रहा है। वह निर्दोष है और हमें न्याय चाहिये। उन्होने आशा जतायी कि मुख्यमंत्री हमारी बात सुनेंगे और हमारे परिवार को न्याय मिलेगा। इस मामले में प्रजापति के अलावा छह अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था।यहाँ बता दे कि गिरफ्तारी से पहले
गायत्री प्रजापति ने गिरफ्तारी पर स्थगनादेश के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था लेकिन शीर्ष अदालत से उन्हे कोई राहात नही मिली थी