अशोक कुमार झा

रांची। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य की चहुमुखी विकास हेतु सरकार उद्योग, कृषि, आईटी व पर्यटन क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दे रही है। सरकार सांस्कृतिक व इको टूरिज्म को बढ़ावा देकर राज्य के पर्यटऩ स्थलों को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल का स्वरूप दे रही है। इससे गरीबी तो खत्म होगी ही साथ ही बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होने कहा कि तीन धर्मो के संगम स्थल इटखोरी को 500 करोड़ की लागत से विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री इटखोरी के डाकबंगला में आयोजित इटखोरी पर्यटन विकास मास्टर प्लान की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि इस क्षेत्र का पूरा मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इटखोरी में विश्व का सबसे ऊँचा (30 मीटर) बौद्ध प्रेयर व्हील का निर्माण किया जायेगा अभी चीन के क्वीनघाई में 26 मीटर ऊँचा प्रेयर व्हील है, साथ ही भद्रकाली घाट व बुद्ध घाट दो रिभर फ्रंट भी बनाये जाएंगे। उन्होने कहा कि बोधगया, कालेश्वरी व इटखोरी एक सर्किट का निर्माण किया जाएगा। यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों से विदेशी मुद्रा का भी लाभ मिलेगा। इससे स्थानीय लोग रोजगार से जुड़ जाएंगे। यहां दो-तीन माह के अन्दर कार्य शुरू हो जाएगा। इस संबंध में एजेन्सी को डीपीआर बनाने का निदेश दिया गया है। कालेश्वरी पहाड़ पर 24 करोड़ की लागत से 1.6 की0मी0 का रोपवे बनाया जाएगा। फोरेस्ट/पर्यावरण क्लीयरेंश के बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी ।

उन्होने कहा कि इस क्षेत्र के मंदिर सौंदर्यकरण के लिए जिन लोगों ने अपनी जमीने दान में दी है उनलोगों के नाम शिलापट् में दर्ज किये जायेंगे। ऐसे लोगों को सरकार भी सम्मानित करेगी। उन्होने कहा कि माँ से हमने यही कामना की है कि समृद्ध राज्य की गोद में जो गरीबी पलती है, उसे मिशन हेतु हमे इतना सक्षम बनाएं कि हर गरीब के चेहरे पर हम मुस्कान ला सके। 2022 तक राज्य से गरीबी को पूरी तरह खत्म करना सरकार का संकल्प है। इसी सोच के साथ सरकार कार्य कर रही है। इसमें प्रखण्ड, जिला व प्रदेश के तमाम पदाधिकारियों का सहयोग मिल रहा है। उन्होने कहा कि बरसात के पानी को बर्बाद होने से रोकने के लिए सरकार ने नदियों के गाद की साफ-सफाई की योजना बनाई है इसमें सभी राजनीतिक दल, सामाजिक संस्थाएँ, आम लोग के सहयोग से अप्रैल और मई में नदियों की सफाई हेतु जन आंदोलन किया जाएगा। इससे पूरे क्षेत्र का परिदृष्य बदल जाएगा।

इटखोरी पर्यटन विकास मास्टर प्लान के तह्त होने वाले कार्य ।

मास्टर प्लान के तह्त माँ भद्रकाली मंदिर परिसर का प्रवेश द्वार पूर्व की ओर आर्कनुमा होगा। परिसर में दो रिभर फ्रंट माँ भद्रकाली घाट व बुद्धा घाट का निर्माण किया जाएगा। पूरे कैम्पस में मल्टी परपस हॉल, सांस्कृतिक केन्द्र, सूचना केन्द्र, ऑडोटोरियम, म्यूजियम आदि का निर्माण किया जाएगा। प्रवेश द्वार से बैट्री चालित ऑटो द्वारा बौध स्तूप तथा कोटेश्वर मंदिर तक यात्री जा सकेंगे। दोनो स्थलों के लिए अलग-अलग सड़के भी बनाई जाएगी। परिसर में काफी क्षेत्र हरियाली से भरपूर होगा। यहां फूड कोट, पार्क आदि भी बनाए जाएंगे। योजना के पूरा होने से इस पूरे क्षेत्र का परिदृश्य बदल जाएगा। उपायुक्त व अन्य वरीय पदाधिकारी के साथ मुख्यमंत्री ने पूरे क्षेत्र का विधिवत भ्रमण कर मास्टर प्लान के संबंध में विस्तृत दिशा निदेश दिए।

इस मौके पर मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त श्री अमित खरे, पर्यटन सचिव राहुल शर्मा, उपायुक्त संदीप सिंह, चतरा, पुलिस अधीक्षक अखिलेश वी वारियर, उप विकास आयुक्त जिशान कमर सहित जिले के सभी अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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