रांची। झारखंड की राजधानी रांची में 6 मई को होने वाली वोटिंग के लिए मंगलवार को भाजपा की ओर से संजय सेठ, कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय और निर्दलीय रामटहल चौधरी ने नामांकन किया था. वहीं, खूंटी में अर्जुन मुंडा और कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी ने भी नामांकन किया. इस दौरान दायर शपथ पत्रों का 2014 में दायर शपथ पत्रों से तुलना करने पर कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं. कांग्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय की उम्र 5 साल में 7 साल बढ़ गई, जबकि अर्जुन मुंडा और अन्नपूर्णा देवी की उम्र पांच साल में केवल 4 वर्ष ही बढ़ी है.
शपथ पत्र से पता चलता है कि संपत्ति बढ़ोतरी के मामले में रामटहल सबसे आगे हैं. 5 साल में उनकी संपत्ति 4 गुना बढ़ी है, जबकि अर्जुन मुंडा की संपत्ति 5 साल में 3 गुना बढ़ी है.
शपथ पत्र से चौंकाने वाली जो बात सामने निकलकर आई वह है सुबोधकांत की उम्र उनकी संपत्ति से ज्यादा तेजी से बढ़ी है. पांच साल में उनकी कुल संपत्ति में तो करीब 1.96 करोड़ का इजाफा हुआ है, लेकिन इस दौरान उनकी उम्र 5 की बजाय 7 साल बढ़ गई.
साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सुबोधकांत ने अपनी संपत्ति 5.89 करोड़ रुपये और उम्र 60 साल बताई थी. इस तरह से 2019 के चुनाव में उनकी उम्र 65 साल होनी चाहिए थी, लेकिन शपथ पत्र में उन्होंने अपनी उम्र 67 वर्ष और संपत्ति 7.85 करोड़ बताई है।