अशोक कुमार झा
रांची। मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला ने कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। जिस समर्पण भाव से रामकृष्ण मिशन लगातार जन कल्याण का कार्य कर रहा है। इस समर्पण की भावना ने मुझे हमेशा से प्रेरित किया है। समर्पण की भावना को अगर हम अपने जीवन का हिस्सा बनाते हैं तो राज्य और देश का विकास तेजी से हो सकता है। रामकृष्ण मिशन का उद्देश्य “आत्मनो मोक्षात जगत् हिताय” यानि स्वयं के लिए मोक्ष और संसार हित के लिए कर्म करना। सेवा और परोपकार रामकृष्ण मिशन का उद्देश्य और लक्ष्य रहा है जिसपर संस्थान के सभी लोग निरंतर कार्य कर रहें है। इस सेवा और परोपकार के भाव को हमें भी अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। ताकि मानव का कल्याण हो और हम सब को प्राप्त मानव जीवन भी सफल हो। मुख्य सचिव आज तुपुदाना स्थित रामकृष्ण मिशन टीबी सेनेटोरियम परिसर में आयोजित मां जगद्धात्री पूजा महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहीं थीं। श्रीमती वर्मा ने कहा कि मैं रामकृष्ण मिशन की आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे माँ जगद्धात्री के दर्शन हेतु अवसर प्रदान किया।
मुख्यसचिव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने जो कर्मदर्शन दिया वह सिर्फ भारत के लिये ही नहीं अपितु संसार के लिये दिया है। स्वामी जी ने कहा कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता है, बस उसे करने के लिए समर्पण भाव का होना जरुरी है। स्वामी जी की बातों को हम अपने जीवन में उतार सकते हैं। स्वामी जी ने कर्म को सबसे आगे रखा और सेवा को सबसे ज्यादा महत्व दिया।स्वामी जी की बातों को हम अपने जीवन में अपना सकते हैं। श्रीमती वर्मा ने कहा कि जिस समर्पण, सेवा और परोपकार भाव से रामकृष्ण मिशन के लोग गरीबों और जरूरतमंदों के हित में निःस्वार्थ भाव से कार्य कर रहें हैं वह सराहनीय है। भगवान ऐसे कार्य करने वालों को और शक्ति, सबलता प्रदान करें ताकि गरीबों और जरूरतमंदों का सर्वांगीण कल्याण हो सके।
अपर मुख्यसचिव सचिव स्वास्थ्य श्री सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि रामकृष्ण मिशन की सेवा की परंपरा प्रारंभ से ही रही है यहां यहां आकर ऊर्जा का संचार होता है मेरा मानना है और मुझे ऐसा अनुभव होता है कि यह परिसर प्रेरणा का स्त्रोत है। यह परिसर संभावना से परिपूर्ण है।स्वास्थ्य के क्षेत्र में यहां विलक्षण कार्य हो रहे हैं। यहां की योजनाओं को गति दी जा सकती है।राज्य सरकार रामकृष्ण मिशन की प्रस्तावित योजनाओं से खुद को जोड़ेगा ताकि आने वाले समय में प्रस्तावित योजनाएं जमीन पर उतरती नजर आएं।
इस अवसर पर रामकृष्ण मिशन के श्री बुद्ध देवानंद, श्री तृप्त दास व रामकृष्ण मिशन के अन्य सदस्य उपस्थित थे।