ब्यूरो न्यूज़: इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि बुनियादी साक्षरता और कौशल में केरल की शक्ति तथा सेवा क्षेत्र और उपभोक्ता प्रेरक उद्योगों में केरल के लोगों का अनुभव आईटी पारिस्थितिकीय प्रणाली में केरल के लिए स्थान बनाता है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी न केवल स्वयं में महत्वपूर्ण है बल्कि पूरी सेवा अर्थव्यवस्था के लिए कार्य में गति लाने वाला है। सूचना प्रौद्योगिकी ने स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन क्षेत्र में गेम चेंजर की भूमिका अदा की है। यह क्षेत्र केरल की शक्ति हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि टेक्नोसिटी के विकास से केरल के लोगों को नए क्षेत्र मिलेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश के अनेक भागों में केरल के लोग आर्थिक गतिविधि का आवश्यक हिस्सा बने हुए हैं। यह उपलब्धि केवल भारत तक सीमित नहीं है। केरल के हमारे भाइयों और बहनों की कड़ी मेहनत के बिना संयुक्त अरब अमीरात और खाड़ी के अन्य देशों की आर्थिक हालत वर्तमान स्थिति जैसी नहीं होती। इन देशों में काम कर रहे केरल के प्रवासी श्रमिक विदेशी मुद्रा भेज कर भारत के विकास में योगदान कर रहे हैं। राष्ट्र निर्माण में हम उन्हें और उनकी भूमिका को भुला नहीं सकते। राष्ट्रपति ने कहा कि केरल को तीन क्षेत्रों में स्पष्ट बढ़त है। ये क्षेत्र हैं- सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन और स्वास्थ्य। इन क्षेत्रों में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर हैं विशेष कर केरल के प्रतिभावान युवक और युवतियों के लिए।