जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर पथराव की घटनाओं के कारण उत्पन्न विकट स्थिति के बीच आज यहां केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि राज्य के हालात बदलने में दो-तीन महीने का समय लगेगा। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, अगले कुछ महीने में आप जम्मू कश्मीर के हालात को बिल्कुल बदला हुआ पाएंंगे। ये समय हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। हमने गृह मंत्री से इस बारे में बात की है। स्थिति में सुधार के लिए हमें सभी की मदद की जरूरत है।
बातचीत लायक बनाना होगा माहौल
उन्होंने कहा कि कश्मीर के मौजूदा हालात को सुधारने के लिए बातचीत ही एक मात्र रास्ता है लेकिन पथराव और गोलियों के माहौल में ऐसी कोई बातचीत संभव नहीं दिखाई देती। पहले माहौल को बातचीत के लायक बनाना होगा। वहीं, राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में जारी अशांति से उपजे हालात की आज शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा की। सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक मेें अधिकारियों ने श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र के लिए 9 अप्रैल को हुए उपचुनाव के दौरान भड़की हिंसा के बाद कश्मीर घाटी में जारी अशांति से उपजे हालात की मौजूदा स्थिति की विस्तृत जानकारी दी।
कई मुद्दों पर हुई चर्चा
सूत्रों के अनुसार बैठक में अधिकारियों ने घाटी में हालात सामान्य करने के लिए उठाए गए कदमों की रिपोर्ट पेश की। इस दौरान सुरक्षाबल के जवानों पर पथराव की बढ़ती घटनाओं से उपजी चुनौती से निपटने की रणनीति पर भी विचार विमर्श किया गया। सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीमा पार से घुसपैठ की लगातार बढ़ती कोशिशों के मुद्दे पर चर्चा की। बैठक में अद्र्धसैन्य बल और खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे।