अशोक कुमार झा।

रांची। तीन राज्यों में करारी हार के बाद भारतीय जनता पार्टी का डर सतह पर आ गया है. यही वजह है की बीजेपी आगे से किसी राज्य में जोखिम मोलना नहीं चाहती. तीन राज्यों में शिकस्त के बाद भाजपा को अब झारखंड में भी जनता को जवाब देना है, यही कारण है की पार्टी में जबरदस्त तोड़ फोड़ आने वाले कुछ दिनों में देखने को मिल सकती है. इसके संकेत पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के साथ दिखने भी लगे है. यु कहिये की सत्ता परिवर्तन की हलचल तेज हो गयी है।

मंगलवार को तीन राज्यों में चुनाव परिणाम आने के बाद अर्जुन मुंडा को 3.45 में बीजेपी मुख्यालय से फोन पर दिल्ली आने का आदेश दिया गया।  श्री मुंडा अपने कुछ सहयोगियों के साथ बैठे हुए थे।  मुख्यालय का फोन होने की वजह से वो अलग हटे और फोन रिसीव किया।  फोन पर दो मिनट तक बात करने के बाद उन्होंने अपने पीए से अविलंब दिल्ली जाने की तैयारी करने की बात कही।  कहा कि पहली फ्लाइट का टिकट कराओ।  निर्देश सुनते ही पीए एयरपोर्ट गए और 4.55 की एयर एशिया की फ्लाइट का टिकट करवाया।  मुंडा इसी फ्लाइट से दिल्ली गए।  दिल्ली में उन्होंने पार्टी मुख्यालय जाकर आला अधिकारियों से मुलाकात की।  पार्टी मुख्यालय में देर रात तक मंथन चलता रहा।  उसके बाद आज गुपचुप तरीके से मुंडा वापस रांची लौट आये।  उधर अर्जुन मुंडा समेत कई नेताओ को आरएसएस मुख्यालय नागपुर से बुलावा आ गया है।  16-17 नवंबर को होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए अमित शाह भी नागपुर पहुंचनेवाले हैं।  पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमित शाह को विशेष रूप से नागपुर बुलाया गया है।  कयास लगाए जा रहे है की राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मिली करारी हार के बाद आरएसएस बीजेपी को कुछ जरुरी दिशा-निर्देश देगा।  इस बैठक में झारखंड के कुछ नेता शामिल हो सकते हैं।  अर्जुन मुंडा निश्चित तौर पर इस बैठक में शामिल होने वाले हैं. ख़ास बात ये है की जब ये बैठक बुलाई जा रही है उस समय सीएम रघुवर दास दुबई के दौरे पर रहेंगे।