राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने देशभर में अपना सुरक्षा और बचाव अभियान प्रारंभ होने के बाद से 5375 लोगों को बचाते हुए 42,000 से अधिक फंसे हुए व्यक्तियों तथा 268 पशुधन को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। एनडीआरएफ बाढ़ प्रभावित राज्यों केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात के विभिन्न जिलों में पूरे जोश और प्रतिबद्धता साथ बचाव और निकासी कार्यों में संलग्न है। हाल के मानसून में बचाव और राहत कार्य के लिए देशभर में कुल 173 बाढ़ बचाव दल तैनात किए गए हैं।
केरल के अधिकांश हिस्सों में होने वाली लगातार बारिश से राज्य के ज्यादातर जिले जैसे एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, मलप्पुरम, पलक्कड़, कोझीकोड, वायनाड, कोझीकोड और कन्नूर प्रभावित हुए हैं। राज्य में पुल, सड़कें बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे सामान्य जन-जीवन प्रभावित हुआ है। कल, लगातार बारिश से केरल के इपडी, पुट्टुपला, वायनाड में हुए भारी भूस्खलन के कारण कई लोग मलबे में दब गए। एनडीआरएफ की टीम शीघ्रता से घटना स्थल पर पहुंची, हालांकि मार्ग में भारी बारिश और मलबे ने एनडीआरएफ टीम के बचाव अभियान को बाधित किया, लेकिन सभी बाधाओं के बावजूद, एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंचने में कामयाब रही और शीघ्र ही अन्य एजेंसियों के साथ एक संयुक्त अभियान को अंजाम देते हुए 194 व्यक्तियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इसके अलावा, मल्लपुरम में एनडीआरएफ की टीम ने आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 27 लोगों को निकाला। केरल में एनडीआरएफ की 13 टीमें तैनात हैं।
कर्नाटक में, राहत और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए 9 अतिरिक्त टीमों (कोलकाता से 05 और गाज़ियाबाद से 04) को तैनात किया गया है। वर्तमान में, एनडीआरएफ की 20 टीमें कोडागु, रायचूर, बेलागवी, बगलकोट और धारवाड़ जिलों में पूरे जोश और प्रतिबद्धता के साथ बचाव और राहत कार्य में लगी हुई हैं। आज इन दलों ने बेलागवी में 12 और धारवाड़ में 374 लोगों को निकाला। अब तक, एनडीआरएफ ने कर्नाटक में 3400 से अधिक व्यक्तियों और 24 पशुधन को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
महाराष्ट्र में, एनडीआरएफ की 32 टीमें त्वरित प्रतिक्रिया के लिए राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद हैं। आज, एनडीआरएफ ने 2750 व्यक्तियों को बचाया और सांगली में 883 व्यक्तियों को निकालते हुए सुरक्षिात स्थानों पर पहुंचाया,जबकि कोल्हापुर में 300 लोगों को बचाया गया और 246 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अब तक, एनडीआरएफ ने महाराष्ट्र में 5292 व्यक्तियों को बचाया है और 18,000 से अधिक व्यक्तियों और 40 पशुधन को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इसके अलावा दल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 7 शवों को भी बरामद किया है। एनडीआरएफ का अभियान अभी जारी हैं।
आंध्र प्रदेश में, एनडीआरएफ की 5 टीमें तैनात हैं। पूर्वी गोदावरी में तैनात एनडीआरएफ की टीम ने आज बचाव अभियान शुरू किया और 36 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। आंध्र प्रदेश में अब तक कुल 76 लोगों को निकाला गया।
मध्य प्रदेश में, एनडीआरएफ की 3 टीमें तैनात हैं। आज बड़वानी में 86 लोगों को निकाला गया। मध्य प्रदेश में एनडीआरएफ द्वारा अब तक 115 व्यक्तियों और 17 पशुधन को निकाला गया है।
गुजरात में आज, एनडीआरएफ के दलों ने छोटा उदयपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से 150 लोगों को सुरक्षित निकाला। गुजरात में तैनात कुल 18 दलों ने अब तक 4245 व्यक्तियों और 57 पशुधन को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
नई दिल्ली में एनडीआरएफ का 24×7 एक नियंत्रण कक्ष देशभर में बाढ़ की स्थिति पर करीबी नजर रखने के साथ अन्य एजेंसियों और हितधारकों के संपर्क में है। एनडीआरएफ के महानिदेशक व्यक्तिगत रूप से बचाव और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और एनडीआरएफ के अतिरिक्त दलों को किसी भी अपरिहार्य स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है।